बड़े लोगों में हीमोग्लोबिन की कमी पाई जाती है तथा वे डॉक्टर से लेकर घरेलू नुस्खे इत्यादि सब की तरफ भागते हैं लेकिन क्या आपने कभी बच्चों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के बारे में सोचा हैं? अगर इस पर आपका ध्यान अभी तक नहीं गया हैं तो कोई बात नहीं क्योंकि आज हम आपको बताएंगे कि आप अपने शिशु में कैसे खून को बढ़ाये (Home Remedies to Increase Hemoglobin) ।
बच्चों के शरीर में नॉर्मल हीमोग्लोबिन लेवल (Normal Hemoglobin Range) का स्तर निम्न ही होना चाहिएः
बच्चों में हिमोग्लोबिन का स्तर लिंग व जन्म के वजन पर भी नीर्भर करता है। अमूमन माना जाता है कि लड़कियों में हिमोग्लोबिन का स्तर लड़कों की अपेक्षा थोड़ा सा कम ही होता है।
बच्चों में खून की कमी (Bacho me Khoon ki Kami) होने का सबसे बड़ा कारण हैं उनके शरीर में आयरन यानी लौह तत्व की कमी होना हैं। इसके अलावा उन बच्चों में भी खून की कमी देखने को मिलती हैं जिनका जन्म समय से पहले होता हैं। ऐसे में 1 साल से अधिक उम्र के बच्चों में इस बीमारी का कारण उनके आहार में लौह तत्व की कमी होना होता हैं।
बच्चों में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं जिससे कि बच्चों के दिमाग के विकास पर भी असर पड़ता हैं। बच्चों में खून की कमी के लक्षणः
सर्वे में यह बात सामने आई हैं कि भारत में लगभग 7% बच्चे एनीमिया के शिकार हैं। एनीमिया उस अवस्था को कहते हैं जब खून में हीमोग्लोबिन का स्तर से कम हो जाता हैं। ऐसी अवस्था में खून में ऑक्सीजन कम मात्रा में घुल पाती हैं और पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने के कारण बच्चे जल्दी थक जाते हैं।
इसे भी पढ़ें: बच्चों में दिमागी शक्ति बढ़ाने के 10 मुख्य आहार
6 महीने से ऊपर के बच्चों में आप हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) निम्न तरीके से पूरा कर सकती हैं:
टमाटर आपके बच्चे के शरीर में तेजी से हीमोग्लोबिन बढ़ाने का काम करता हैं। इसके लिए आप अपने बच्चों को रोजाना 5 से 7 चम्मच टमाटर का रस या सूप पीने के लिए दे।
सेब का रस भी बेहद फायदेमंद माना जाता हैं। इसके लिए आप सेब के छिलके हटाकर उसका रस निकाल ले और उसमें थोडा सा शहद डालकर अपने बच्चे को पिलाये। इस जूस में लौह तत्व अधिक मात्रा में होता हैं।
अनार न केवल बच्चों को बल्कि बड़े लोगों में भी तेजी से हीमोग्लोबिन बढ़ाने का काम करते हैं। इसलिए आप अपने बच्चों को घर में निकाला हुआ अनार का जूस पीने के लिए दे।
इसे भी पढ़ें: बच्चों को गाय का दूध देने के 10 फायदे
मुनक्का हीमोग्लोबिन को तेजी से बढ़ाने के लिए जाना जाता हैं। इसको रात को ही पानी में भिगो दें और सुबह इसके पानी को छानकर बच्चे को पिला दे। कुछ ही दिनों में हीमोग्लोबिन सामान्य हो जाएगा।
इसमें आयरन के तत्व बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं क्योंकि यह खून में हीमोग्लोबिन का निर्माण व लाल रक्त कणों की सक्रियता को बढ़ाता हैं। इसलिए आप अपने बच्चों को चुकंदर का रस या प्यूरी बनाकर खिला सकती हैं।
हालांकि इस उम्र में बच्चे हरी पत्तेदार सब्जियों को आसानी से नहीं खाते हैं। इसलिए आप इसका सूप बना कर दे सकती हैं। इसके लिए आप पालक, टमाटर, लौकी और कुछ हरी सब्जियों को मिक्स करके सूप बनाकर अपने बच्चे को पिलाये।
अमरूद में सबसे अधिक खून बढ़ाने की क्षमता होती हैं। इसके लिए आप अपने बच्चों को इस का रस निकालकर पिलाये। ध्यान रहे कि अमरुद अच्छी तरह से पका हो क्योंकि यह जितना ज्यादा पका होगा उतना ही ज्यादा पौष्टिक होगा। पका अमरूद खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती हैं।
इसे भी पढ़ें: गर्मियों के मौसम में 13 जूस व उनके फायदे
केले से मिलने वाला प्रोटीन, आयरन व खनिज शरीर में खून को बढाता हैं। आप अपने बच्चे को केला दूध में मिलकर या उसकी प्यूरी बना कर दे सकती हैं।
खजूर भी बच्चो में खून को बढ़ाने में बहुत सहायक हैं। बाज़ार में आपको खजूर सिरप भी आसानी से मिल जायेगा जो आप उनको खाने में या दूध में मिलाकर दे सकती हैं।
अगर बच्चों में खून की कमी (Bachchon Mein Khoon ki Kami) हो तो आप गाजर का रस निकलकर या इसको गर्म करके इसकी प्यूरी बनाकार बच्चे को दे। बच्चो को यह पसंद भी आयेगी व उनका खून भी बढेगा।
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।
null
null