बच्चो के पेट में गैस से बचने के लिए घरेलू व आयुर्वेदिक नुस्खे

बच्चो के पेट में गैस से बचने के लिए घरेलू व आयुर्वेदिक नुस्खे

आजकल हम दौड़ भरी जिंदगी में अपने खान-पान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और साथ में बाजारी खाना और फास्ट फूड का सेवन बहुत चलन में हैं| यह खाना खाने में तो चटपटा, तीखा और स्वादभरा होता है परंतु हमारे शरीर की पाचन क्रिया के लिए उतना ही हानिकारक होता हैं| ऐसा खाना खाने से ही हम पेट में दर्द, जलन, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से घिरे रहते हैं और इन समस्याओं से बड़ों के साथ-साथ शिशु भी बच नहीं पाते हैं| अक्सर देखा जाता हैं कि बच्चों के शरीर की होने वाली समस्याओं को माँ समझ नहीं पाती हैं और बच्चों के रोने का कारण ना समझ पाने के चलते मां उसे चुप कराने के प्रयास में लगी रहती हैं| लेकिन बच्चों की परेशानियां तब ज्यादा बढ़ जाती हैं जब उनके पेट में दर्द होने के साथ ही उल्टी का होना, मल से खून का आना या फिर मुंह से बार-बार कफ का निकलना जैसी समस्याएं सामने आती हैं| ऐसे समय में आप अपने बच्चे को लेकर तुरंत डॉक्टर के पास पहुंच जाती हैं पर कुछ बिमारियों को आप घर पर ही रहकर सुलझा सकती हैं|

एसिडिटी क्या हैं?

हमारा पाचन तंत्र हमारे खाने को पचाने के लिए एसिड बनाता हैं जिस कारण हमारा पाचन तंत्र नियंत्रित रहता हैं| इस एसिड की मात्रा अगर सही रहे तो हमारा पेट स्वस्थ रहता हैं लेकिन अगर इसकी मात्रा बढ़ जाए तो यह एसिडिटी या अम्लता बन जाती हैं| इसे भी पढ़ें: बच्चों का मुंडन कब और क्यों करवाएं और इसके 5 लाभ

एसिडिटी दूर करने के लिए घरेलू नुस्खे

#1. अदरक का सेवन

अदरक का सेवन एसिडिटी के इलाज में अचूक उपाय है| अदरक की चाय इस परेशानी में बहुत लाभदायक है| अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करे और एक गिलास पानी में गर्म करके, पानी को गुनगुना होने पर सेवन करें|

#2. नारियल तेल

नारियल तेल हर तरह से फायदेमंद होता है| इसमें पाए जाने वाला ल्यूरिक एसिड माँ के दूध के समान ही अच्छा होता है| इससे बने भोजन को बच्चा अच्छी तरह से हजम कर सकता है व जो महिलाएं गर्भवती हैं उन्हें अपने बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए दिन में दो चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन नारियल तेल का सेवन करना चाहिए| इसके अलावा बच्चे को दूध या खाने में एक्स्ट्रा वर्जिन नारियल तेल मिलाकर देना चाहिए|

#3. मालिश करें

अपने बच्चों के शरीर को मजबूत करने के लिए रोज नारियल तेल या जैतून के तेल से बच्चे के पूरे शरीर की मालिश करनी चाहिए| इसके साथ ही उसके पेट की मालिश करनी चाहिए| उनके पेट की मालिश हल्के हाथों से करनी चाहिए पर खाना खाने के तुरंत बाद बच्चों की मालिश करना हानिकारक होता है| मालिश आप रोज सुबह कर सकती हैं| इससे बच्चे का शरीर मजबूत होने के साथ स्वस्थ रहेगा, साथ ही बच्चे का पाचन तंत्र मजबूत रहेगा|

#4. व्यायाम कराएं

बच्चे के पेट में होने वाली गैस या पेट फूलने की समस्या को दूर करने के लिए थोड़ी बहुत एक्सरसाइज पर जोर देना चाहिए| बच्चे के साथ खेले या फिर बच्चा बड़ा होता है तो उसको साइकिल चलाने के लिए दें| इससे बच्चों को सभी परेशानी से छुटकारा मिलेगा|

#5. एप्पल साइडर विनेगर

यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है| इसका प्रयोग करने के लिए आप एक गिलास पानी को हल्का सा गुनगुना कर लें फिर उसमें थोड़ा सा एप्पल साइडर विनेगर मिला दे| आप दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा करके इसको बच्चे को पिलाते रहे| यदि आपका बच्चा 1 साल के ऊपर का है तो आप इसे शहद के साथ भी खिला सकती हैं| लेकिन इसे आप 3 साल से ज्यादा उम्र के बच्चो को ही दे| इसे भी पढ़ें: क्या बच्चों की आँखों में काजल लगाना ठीक हैं?

#6. कैमोमाइल काढ़ा

औषधियों से बनी यह चाय बच्चे की पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम करती है| इससे हर तरह के दर्द से राहत मिलती है| इसका सेवन करने के लिए गर्म पानी में आधा चम्मच सुखी केमोमाइल के फूल की पंखुड़ियों को मिलाकर मिश्रण तैयार करें और दिन भर थोड़ा-थोड़ा करके इसे पिलाती रहे|

#7. एलोवेरा जूस

एसिडिटी और पेट की जलन में एलोवेरा जूस एक बेहतरीन उपाय है| प्रतिदिन इसका सेवन करने से एसिडिटी से छुटकारा मिलता है|

#8. गुलकंद

इसका सेवन भी काफी हद तक एसिडिटी की रोकथाम में उपयोगी है| आप थोडा-थोडा करके अपने बच्चे को गुलकंद खिलाये|

#9. अजवाइन, सौंफ व जीरा

इन सबको एक-एक चम्मच पानी में उबालें| फिर इसे छानकर रोजाना दो से तीन बार सेवन करें| ऐसा करने से पेट की समस्याओं से निजात मिलती है|

#10. किशमिश

10 ग्राम किशमिश को रात को भिगोकर सुबह खाने से भी आराम मिलता है| बदाम खाने से भी एसिड का नियंत्रित किया जा सकता है| पेट में गैस की परेशानी, जलन की समस्या व पेट दर्द में लौंग, इलायची और तुलसी के पत्तों का प्रयोग बहुत ही उपयोगी व बेहतरीन इलाज है| भोजन करने के बाद एक गिलास पुदीने का पानी उबालकर पीने से एसिडिटी से आराम मिलता है| इसे भी पढ़ें: बच्चों में दिमागी शक्ति को बढ़ाने के लिए 10 मुख्य आहार

एसिडिटी से इलाज के आयुर्वेदिक नुस्खे

#1. आंवला

एसिडिटी के उपाय में आंवला बहुत उपयोगी है| रोजाना आंवले का चूर्ण एक गिलास पानी के साथ लें और फिर आधा घंटा कुछ ना खाएं| आप आंवले का जूस भी ले सकते हैं|

#2. मुलेठी का चूर्ण

यह भी एसिडिटी से राहत दिलाने में बहुत उपयोगी होता हैं| मुलेठी का काढ़ा बनाकर लेने से ज्यादा असर होता हैं|

#3. अश्वगंधा

इसका इस्तेमाल एसिडिटी में रामबाण इलाज है| एक गिलास दूध में इसे मिलाकर लेने से आराम मिलता हैं| इसे भी पढ़ें: बच्चों को गाय का दूध देने के 10 फायदे

#4. गिलोय

5 से 7 गिलोय की जड़ के टुकडे लें और इन्हें पानी में उबाल लें और गुनगुना होने पर आराम से घुट-घुट करके पिए|

#5. त्रिफला

रात के समय त्रिफला के चूर्ण को शहद के साथ लें| इससे काफी आराम मिलता है|
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|

null