किशमिश का मेवों में एक महत्वपूर्ण स्थान है। किसमिस को फलों का राजा भी कहते हैं। कुछ इसे सूखे अंगूर भी कहते हैं। किशमश (Kismis) बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद चीज होती है। इसे आप बच्चों के हलवे, खीर तथा या मिल्क शेक में मिला कर दे सकती हैं। अंगूर को सुखा कर बनाई जाने वाली किशमिश गुणों से भरपूर होती है। इसमें नेचुरल शुगर यानि फ्रुक्टोस और ग्लूकोज़ की भरपूर मात्रा होती है जो बच्चों के लिए भी बेहद लाभदायक होती है। आइयें जानते हैं किशमिश के फायदे (Kismis Ke Fayde)।
किशमिश के पोषक तत्वः (Nutrients of Raisin in Hindi) किशमिस के पौष्टिक गुणों की बात करें तो इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन B6, विटामिन K, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मेग्नेशियम, सेलेनियम के साथ पॉलीफेनोल्स, एंटीऑक्सीडेंट , फाइटो केमिकल्स , फ्लेवेनॉयड्स , एमिनो एसिड प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। किशमिश दिमाग को तेज बनाना, आंखों की रोशनी बढ़ाने, कब्ज़, पेट का दर्द, गैस, और एनिमिया को ठीक करता है।
2. खून की कमी को दूर करे: बच्चों में खून की कमी को दूर करने में किशमिश काफी फायदेमंद होते हैं। विशेषकर काले किशमिश। दरअसल किशमिश में आयरन काफी ज्यादा होता है। इसे आप पानी में भिगो कर खिला सकती हैं। खून के निर्माण के लिए विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की आवश्यकता होती है जो किशमिश में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
3. वजन बढ़ाने में सहायक: किशमिश में अधिक कैलोरी होती हैं, इसलिए आप बच्चे के दूध में चीनी के स्थान पर किशमिश का प्रयोग भी कर सकती हैं। यह बच्चों का वजन बढ़ाने में मदद करेगा। इसमें नेचुरल शुगर के ग्लूकोज भी भरपूर मात्रा में होता हैं। जो बच्चों को एनर्जी देने के साथ वजन बढ़ने में भी मदद करता है।4. पचाने में आसान, करे कब्ज दूर: बच्चे के लिए किशमिश का एक और फायदा यह होता है कि यह कब्ज को दूर करता है। किशमिश में फाइबर अधिक होता हैं जो रेचक (laxative) की तरह काम करता हैं। इसके अलावा इसमें मस्तिष्क के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक लोहा, कैल्शियम, पोटेशियम, और फास्फोरस जैसे खनिजों अच्छी मात्र में मिलता है। 5. हड्डियों के लिए लाभदायक: किशमिश में उच्च मात्रा में कैल्शियम और माइक्रो न्यूट्रीयंट पाए जाते हैं जो हड्डियां को मज़बूत बनाते हैं। किशमिश में बोरोन नामक माइक्रो न्यूट्रियंट भी प्रचुर मात्रा में होता है जो कैल्शियम सोखने और हड्डी गठन को अवशोषित करने में मदद करता है। बच्चों को कैसे खिलाएं आप छह माह से एक साल के बच्चों को किशमिश का सिरप दे सकती हैं। अगर बच्चे के दांत आ गए हैं तो आप उन्हें चार या पांच भीगे हुए किशमिश दे सकती हैं। बड़े बच्चो को आप हलवे या खीर में डालकर भी इसे दे सकती हैं।