जब भी बच्चा जन्म लेता है तो उसकी सिर की बनावट एकदम सही नहीं होती हैं| कभी उसका सिर चपटा हो जाता हैं तो कभी थोड़ा बहुत कोण जैसा| जन्म के दौरान नवजात के सिर पर हल्का सा दबाव पड़ता है तो उसके सिर में अंतर आ जाता हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं हैं कि शिशु का सिर जिंदगी भर ऐसा ही रहेगा| यदि आप शुरुआत में ही इस चीज पर ध्यान दे देती हैं तो आप अपने शिशु के सिर को गोल आकार (Shape Baby Head Round) दे सकती हैं| हालांकि शुरुआत के कुछ दिनों में शिशु के सिर का विशेष तौर पर ध्यान रखना बहुत जरूरी होता हैं|
शिशु के सिर का ऊपरी हिस्सा जिसे फोंटालेन कहते हैं वह काफी नाजुक होता हैं| इसलिए लोग शिशु को सिर्फ एक ही तरह से सुलाते हैं ताकि उनके सिर पर खास दबाव ना पड़े| आमतौर पर शिशु का सिर 4 से 5 महीने के बाद अच्छे से घूमने लगता हैं| उसके बाद आप खुद उसके सिर के आकार में परिवर्तन देख सकती हैं| ज्यादातर घरों में शिशु के सिर को गोल करने के लिए तरह-तरह की कोशिशें की जाती हैं तो चलिए आज इस लेख में हम जानते हैं कि कैसे हम अपने बच्चों का सिर गोल बना सकते हैं|
इसे भी पढ़ें: बच्चों को नहलाने के लिए 5 मुख्य साबुन व उसके फायदे
चित्र स्रोत: addlestonetherapy.co.uk
कुछ लोगों का मानना हैं कि शिशु के सिर की मालिश करने से सिर का आकार सही हो जाता हैं| वैसे तो इसके दिखाई देने वाले परिणाम नहीं मिलते परंतु मालिश से मिलने वाले फायदे जरूर मिलते हैं| इसलिये आप अपने शिशु के सिर की मालिश कर सकती हैं|
नोट: परंतु ध्यान रहे गलती से भी सिर को शेप में लाने के लिए सिर पर दबाव ना डालें नहीं तो आपके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता हैं|
राई का तकिया बहुत नरम होता हैं और आपका शिशु इस पर आराम से सो पाता हैं| इस पर सर रखकर सोने से आपके बच्चे के सर में जो छोटे-मोटे अंतर है वह ठीक हो जाते हैं| इस तकिये की खास बात यह हैं कि जब आपका बच्चा करवट लेता है तो यह अपने आप उसके सिर के हिसाब से सेट हो जाता हैं|
नोट: आपके बच्चे के आठवें या नौवें महीने की उम्र होने के बाद आप तकिए का इस्तेमाल कर सकती हैं क्योंकि इससे पहले तो डॉक्टर भी शिशु को तकिए पर सुलाने की सलाह नहीं देते हैं|
जब बच्चा सोता हैं तो वह पीठ के बल ही ज्यादा सोता हैं| इसलिए जब बच्चा जागा हुआ हो तो उसे ज्यादा से ज्यादा पेट के बल लिटाने की कोशिश करें क्योंकि हर वक्त पेट के बल सोने से बच्चे के सिर पर दबाव पड़ता हैं और सिर चपटा हो जाता हैं| इसके अलावा दोनों तरफ की करवट पर भी सुनाएं|
इसे भी पढ़ें: बच्चों में दिमागी शक्ति बढ़ाने के 10 मुख्य आहार
चित्र स्रोत: Страна Детства
अगर आपने गौर किया हो तो शिशु पंखे या कोई कलरफुल बल्ब की तरफ देखते रहते हैं| इसके लिए आप अपने शिशु के पास प्लास्टिक के रंग बिरंगे खिलौने रख दे| वे खिलौने या कोई और चीज़ देखने के लिए दूसरी तरफ मुड़ेंगे क्योंकि हमें बच्चों को एक ही स्थिति में नहीं रखना होता हैं|
इसे भी पढ़ें: १० मुख्य आहार जो आपके बच्चे के शरीर में आयरन की कमी को पूरा करेंगे
इसके अलावा जब भी आप शिशु को गोद में ले या स्तनपान कराये तो इस बात का ध्यान रखें कि शिशु का सिर हमेशा एक ही स्थिति में ना रहे| इससे शिशु को हमेशा उसी स्थिति में लेटने या दूध पीते-पीते सोने की आदत पड़ सकती हैं| सिर के आकार को लेकर आपको अधिक परेशान नहीं होना चाहिए क्योंकि जैसे ही शिशु बैठने लगेगा तो नीचे लेटने के दौरान उसके सिर पर जो दबाव पड़ता था वह अब कम हो जाएगा और धीरे-धीरे आप उसके सिर के आकार में परिवर्तन महसूस करने लगेंगी|
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|
null