जन्म से ही होते हैं कुछ बच्चों के दांत : क्या है कारण और  इलाज

जन्म से ही होते हैं कुछ बच्चों के दांत : क्या है कारण और इलाज

बच्चों में दांत निकलने की प्रक्रिया को टीथिंग कहते हैं। आमतौर पर बच्चे के पहले दांत 6 महीने के आस पास निकलते हैं और आगे चलकर 2-3 साल तक बाकि दूध के दांत आते हैं। ये समय बच्चे के इए थोड़ा परेशानी से भरा रहता है, ये सभी जानते हैं ।

पर क्या आप जानते हैं कि कुछ बच्चों के जन्म के समय से ही दांत होते है? जी हाँ, हालांकि यह ज्यादा कॉमन नहीं है। रिसर्च की माने तो 2000 में से किसी 1 बच्चे के साथ ही ऐसा होता है। इसे नेटल टीथ (Natal Teeth) कहते हैं। आइए जानते हैं क्या है इसका कारण और इलाज के तरीके।

जन्म से ही होते हैं कुछ बच्चों के दांत : क्या है कारण और इलाज (Why Some Babies are Born with Teeth in Hindi)

जन्म के साथ ही होने वाले दांतों को नेटल टीथ कहा जाता है। हालांकि किसी के लिए भी ये बहुत ज्यादा परेशानी का कारण हो सकता है कि ऐसे कैसे हो सकता है। पर इसका इलाज संभव है तो घबराने की जरुरत नहीं है, जरुरत है सही समय पर सही निर्णय लेने की, वरना ये बच्चों के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

क्या हैं नेटल टीथ के कारण और लक्षण (Causes of Natal Teeth in Hindi)

नेटल टीथ के कारण को पूरी तरह से नहीं जाना जा सका है। पर संभव कारणों में कुछ कहते हैं कि ये बच्चे के विकास में किसी गडबडी के चलते हो सकता है। सोटोस सिंड्रोम को भी इसका एक कारण माना गया है। इन दांतों के कुछ लक्षण इस प्रकार है:

  • ये दांत ज्यादातर सामान्य दांतों से बहुत ज्यादा छोटे हैं।
  • बहुत से मामलों में ये दांत बहुत ज्यादा हिलते हैं और मजबूत नहीं होते हैं।
  • इनका रंग पीला या हल्का भूरा होता है।
  • कभी कभी मसूड़ों से ये हल्के निकल रहे होते हैं , पर पूरी तरह बाहर नहीं होते हैं।

बहुत ही कम मामलों में नेटल टीथ पूरी तरह से विकसित और मजबूत होते हैं, जिन्हें ऑपरेशन की मदद से निकालना पड़ता है।

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नेटल टीथ का पता कैसे लगाएं?

जन्म के समय अगर दांत पूरी तरह बाहर है तो आप देख कर ही पता लगा सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको ऐसा लग रहा है कि बच्चे के जन्म के 10-15 दिन बाद दांत आ रहे हैं तो डेंटिस्ट से संपर्क करें। कई मामलों में एक्स रे भी करना पड़ सकता है जिससे कि बच्चों के मसूड़ों आदि की अच्छे से जानकारी ली जा सके।

क्यों ज़रूरी है नेटल टीथ को हटाना? (How to Remove Natal Teeth in Hindi)

ऐसे तो नेटल टीथ बच्चे की हेल्थ पर कोई गलत असर नहीं डालते हैं पर फिर भी इन्हें हटाना ही सुरक्षित रहता है। इसके कारण हैं:

  • ब्रेस्टफीडिंग में परेशानी: कई बार बच्चों को नेटल टीथ की वजह से ब्रेस्ट फीड करने में परेशानी होती है। जिससे उन्हें पूरी तरह से पोषण नहीं मिल पता है और बच्चे का विकास प्रभावित हो सकता है।
  • जीभ पर चोट लगना: कई बार दांत से बच्चे की जीभ पर चोट भी लग सकती है जो बच्चे को परेशान कर सकती है।
  • बच्चे का दांत निगलना: जैसा कि पहले बताया गया है बच्चे के ये दांत सामान्य दांतों की तरह मजबूत नहीं होते हैं और हिलते रहते है। इसलिए बहुत से मामलों में ऐसा होने की संभावना रहती है कि ये टूट कर बच्चे के गले में फंस सकते है।
  • दूध पिलाते समय माँ को परेशानी: नई माँ के लिए भी दूध पिलाते समय ये परेशानी का कारण बन सकते हैं।

अंत में यही माना जाता है कि हालांकि नेटल टीथ का होना सामान्य नहीं है पर फिर भी इसके होने की संभावना तो है। इसलिए इसे अनदेखा ना करीं और डॉक्टर से ज़रूर सम्पर्क करें। और स्थिति के हिसाब से डॉक्टर की दी गयी सलाह को माने ताकि आगे चलकर ये आपके बच्चे के लिए किसी तरह की परेशानी का कारण ना बने।
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