बच्चों को दूध पिलाने के बाद उल्टी से कैसे बचाएं?

बच्चों को दूध पिलाने के बाद उल्टी से कैसे बचाएं?

क्या आपका बच्चा खाना खाने के बाद खाने को थूक देता है? क्या आप इस चिंता में है कि यह आम बात है या नहीं? क्या आपको इस बात की चिंता सता रही है कि बच्चे के ऐसे उल्टी करने से उसमें पोषण में कोई कमी तो नहीं आ रही है? वैसे नवजात बच्चों के लिए ऐसे थोड़ा बहुत उल्टी करना या थूक बाहर निकालना आम बात है। इसके अलावा छह माह के बाद जब बच्चों को ठोस आहार देना शुरु किया जाता है तब भी बच्चे शुरु-शुरु में थोड़ा बहुत उलटी करते हैं। तकरीबन 50% शिशु कुछ भी खाने के बाद या फिर दूध पीने के बाद उल्टी करते रहते हैं या फिर दूध निकालते हैं। हालांकि यह एक आम बात है और इसमें बच्चों को कोई तकलीफ नहीं होती परंतु फिर भी हर मां इस बात को लेकर चिंतित रहती है। आइयें जाने कुछ ऐसे टिप्स जिनसे आप बच्चों के खाना खाने के बाद उल्टी को रोक (Tips to Avoid Baby Vomit After Feeding in Hindi) सकते हैं। Read: बच्चो को दूध की बोतल कब व कैसे देनी चाहिए? उल्टी करना या फिर दूध के झाग निकालना शिशु के विकास का एक हिस्सा होता है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि आपका शिशु धीरे-धीरे खाना खाना सीख रहा होता है और उसके पाचन तंत्र का भी विकास हो रहा होता है। कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो ऐसा कभी-कभी करते हैं और कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो थोड़ी-थोड़ी देर में दूध निकालते रहते हैं। ज्यादातर यह हानिकारक नहीं होता है और यह तब तक ठीक है जब तक बच्चे तकलीफ नहीं हो और उसका विकास अच्छे से हो रहा हो। परंतु आप यह जरूर ध्यान रखें कि बच्चा किस तरह से उल्टी कर रहा है और उसके उल्टी या दूध निकालने का कोई अन्य कारण तो नहीं है। यदि आपको कुछ अटपटा लगे तो आप अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

बच्चों के उल्टी करने के कारण (Reason for Baby Vomit After Feeding in Hindi)

दूध पाने के बाद बच्चे कई वजहों से उलटी करते हैं जैसे ज्यादा दूध पीने, दूध पीने के बाद पेट पर दबाव पड़ने आदि। इनमें से कुछ सामान्य कारण निम्न हैंः

#1. मांसपेशियों का बढ़ना

शुरुआत के 3 महीनों में शिशु गैस्ट्रोइसोफेशल रिफ्लक्स या शिशु भाटा जैसी स्थिति को अनुभव कर सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शिशु के भोजन की नली और पेट की नली पूरी तरीके से बनी नहीं होती है। यह मसल पेट में खाना पहुंचाने का काम करती है। इसलिए जब तक यह पूरी तरह से बन नहीं जाती है तब तक वह खाने को ऊपर भेज कर तरल पदार्थ के रूप में बाहर निकाल देता है। यह होना 4 महीने तक के बच्चों में आम बात है।

#2. ज्यादा फीड करा देना

आपको यह एहसास नहीं होता लेकिन कभी-कभी आप अपने शिशु को जरूरत से ज्यादा फीड करा देती हैं। इसलिए यह होता है कि आपका शिशु उस अधिक दूध या किसी खाने को हजम नहीं कर पाता है तो उल्टी कर देता है। ज्यादा खिलाना या फिर जल्दी-जल्दी खिलाना भी इसका एक मुख्य कारण हो सकता है। इसे भी पढ़ें: शिशु के रोने के कारण व शांत कराने के ५ असरदार उपाय

#3. शिशु को सर्दी या जुकाम होना

अगर आपके बच्चे को जुकाम खांसी हो और अगर आप उस वक्त अपने शिशु को कुछ खिला देती हैं या फीड कराती हैं तो हो सकता है बच्चा उलटी कर दे। बच्चे कई बार ज्यादा खांसी करने के बाद भी उलटी कर देते हैं।

#4. पेट के बल सुलाना

अगर आप अपने बच्चे को दूध पिलाने के बाद एकदम से पेट के बल सुला देती हैं तो भी हो सकता है बच्चा उलटी कर दे। इसलिए बच्चे को कभी भी दूध पिलाने के बाद पेट के बल ना लिटाएं।

क्या आपका बच्चा उल्टी करता है या फिर दूध निकालता है?

आप भी असमंजस में होंगी कि आपका बच्चा उल्टी कर रहा है या सिर्फ दूध निकाल रहा है। इसका सबसे आसान तरीका यह है कि आप यह देखिए कि शिशु की उल्टी में क्या-क्या निकलता है। दूध के झाग को निकालना शिशु आसानी से कर लेता है और इसमें उसे कोई दिक्कत भी नहीं होती है परंतु उल्टी करने में उसे दिक्कत आती है और वह परेशान भी रहता है। उल्टी शिशु ज्यादा मात्रा में करता है और उसे उल्टी करने के लिए जोर भी लगाना पड़ता है। Read: 7 बातों का बच्चों के लिए फार्मूला मिल्क खरीदने से पहले रखें ध्यान

शिशु का उल्टी करना या दूध के झाग निकालना कैसे कम कर सकते हैं? (Tips to Avoid Baby Vomit After Feeding in Hindi)

बच्चे का थोड़ा बहुत उल्टी करना या दूध निकालना आम है परंतु उसे भी आप कुछ तरीकों से कम कर सकती हैं। आइयें जानें कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप बच्चे की उलटी को आसानी से कम कर सकती हैंः #1. बच्चे को केवल सही समय पर और उचित मात्रा में ही भोजन या दूध दें। जरूरत से ज्यादा या कम ना दें। बच्चे को एक साथ बहुत ज्यादा फीड कराने या भोजन कराने के स्थान पर उसे थोड़ा-थोड़ा ही खाना दें। #2. अपने बच्चे को आहार चार्ट के अनुसार ही खिलाएं। उसके अलावा कुछ और खाने को ना दे। #3. अगर आप बच्चे को ठोस आहार दे रही हैं तो धीरे-धीरे खिलाएं। छह माह के बाद अक्सर जब आप बच्चे को ठोस आहार देना शुरु करते हैं तो शुरुआती दिनों में बच्चे उलटी कर सकते हैं। #4. यदि आप अपने शिशु को बोतल से दूध पिला रही है तो ध्यान रखें कि निप्पल का साइज बिल्कुल सही हो। इस बात का भी पूरा पूरा ध्यान रखें कि वह ना ज्यादा छोटा हो और ना ही ज्यादा बड़ा हो। वह ज्यादा बड़ा या छोटा ना हो। #5. बच्चों को हमेशा आरामदायक कपड़े ही पहनाए और ध्यान रखे कि डायपर ज्यादा टाइट ना हो। ज्यादा टाइट कपड़ों से बच्चों को गर्मी हो सकती है जिसकी वजह से वह उलटी कर सकता है। #6. खाना खिलाने के बाद शिशु को डकार अवश्य दिलवाएं। शुरुआती महीनों में यह बेहद जरूरी होता है #7. शिशु को खाना खिलाने के बाद कम से कम आधे घंटे तक सीधा रखें और उसे ज्यादा हंसाये भी नहीं। #8. खाना खाने के तुरंत बाद और सोते समय भी शिशु को पेट के बल ना लिटाये। #9. अपने शिशु को खाना खाने के बाद ज्यादा हिलाए नहीं। #10. शिशु को स्तनपान कराते समय उसकी पोजिशन को सही रखें।

क्या उल्टी करना या दूध निकालना आपके शिशु के विकास को प्रभावित करता है?

दूध पीने या शुरु में खाना खाने के बाद बच्चे का उलटी करना बेहद आम बात है। परंतु आपको इसपर अवश्य ध्यान रखना चाहिए। अगर बच्चा जरूरत से ज्यादा उल्टी करता है तो इससे उसके विकास पर असर पड़ता है क्योंकि उसके शरीर में कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है। इस वजह से बच्चे का वजन कम हो सकता है या उसके विकास में कुछ और समस्याएं भी आ सकती हैं। इसे भी पढ़ें: 5 मुख्य फार्मूला दूध अगर आप स्तनपान नही करवा पाती हैं इन परिस्थितियों में आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है: #1. अगर आपका बच्चा पहले उल्टी नहीं करता था और 6 महीने के बाद अचानक से उल्टी करना या दूध निकालना शुरू कर देता है। #2. अगर आपके शिशु के थूक या उल्टी में खून भी निकल रहा हो या फिर कॉफ़ी के दानों जैसा कुछ लगे तो भी यह शिशु के विकास में बाधक है। #3. अगर आपका शिशु बार-बार उल्टी कर रहा है तो उसे पायलेरिक स्टेंसिस हो सकता है जिसके कारण शिशु के पेट में मांस बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। #4. अगर आपके शिशु की उल्टी में हरे रंग का पदार्थ निकलता है तो यह संकेत देता है कि आपकी शिशु की आंतों में रुकावट हो सकती है। #5. अगर आपका बच्चा धक्के से उल्टी करता है और बार-बार खाना खाने से मना करता है। #6. अगर आपके शिशु को खाना खाने के बाद सांस लेने में तकलीफ होती है तो भी डॉक्टर से सलाह लें। Also Read: How to manage bottle feeding when traveling?

आपका बच्चा उल्टी और दूध निकालना कब बंद करते हैं?

जैसे-जैसे शिशु बढ़ने लगता है तो उसकी हड्डी भी बढ़ने लगती है और मजबूत होती है। हड्डियों और मांसपेशियों के मजबूत होने से शिशु के पेट में खाना रखने की क्षमता बढ़ती है। आमतौर पर शिशु शुरुआत के 4 महीने में दूध निकालते हैं जो कि 2 से 4 महीने तक चलता है। लेकिन जैसे-जैसे वह बढ़ता जाता है तो उसके अनुकूल होता जाता है। यह आदत शिशु के 6 महीने के होने तक कम होती जाती है और तब तक सही हो जाती है जब वह खुद-ब-खुद बैठना शुरु कर देता है। परंतु किन्ही कारणों की वजह से यह शिशु के 1 साल के होने तक बनी रह सकती है। खाना खिलाते समय आपके बच्चे के विकास का पता चलता है। अगर कोई ऐसी बात है जो आपको आपके बच्चे को लेकर परेशान कर रही है तो ऐसे में आपको अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए। साथ ही आपको यह बात जानना भी जरूरी है कि हर बच्चा अलग तरीके से बढ़ता है। उसकी प्रतिक्रिया भी अलग-अलग होती है। यह बात सही है कि आपको छोटी-छोटी बातों पर चिंता नहीं करनी चाहिए परंतु उनको पूरी तरह से नकारना भी सही नहीं है। क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|

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