6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

6 माह के बाद बच्चा बढ़ने लगता हैं और केवल माँ के दूध से ही उसके शरीर में भोजन की पूर्ति नहीं होती, जिसके कारण बच्चों को आहार की जरूरत पड़ती हैं। इसलिए उसके खाने की शुरुआत हल्के व पोष्टिक आहार से करनी चाहिए जिससे कि उसके शरीर में भोजन की पूर्ति हो सके। यदि आपका बच्चा 6 महीने से छोटा हो तो माँ का दूध ही उसके लिए सबसे स्वस्थ आहार माना जाता हैं। छह माह के बाद आप सेमी सॉलिड फूड बच्चों को दे सकती हैं। आइयें जानें छह माह के बच्चों का आहर चार्ट (Aahar Chart or Food Chart for 6 Month Old Baby) कैसा होना चाहिए।

स्तनपान चार्ट: 0-6 माह के शिशु के लिए (Breastfeeding Chart for 6 Month Baby in Hindi)

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

लेकिन 6 महीने के बाद आप अपने बच्चे को माँ के दूध के साथ-साथ कुछ ठोस आहार भी दे सकती हैं जिससे वह अपने शरीर के अंदर उन सभी खनिजों को पूरा कर सके, जिससे उसके शरीर को बढ़ने और मजबूत होने में मदद मिले। जन्म के बाद बच्चे का पहला साल बहुत महत्वपूर्ण और कठिनाई पूर्ण होता हैं क्योंकि माँ को भी बच्चे को समझने में समय चाहिए होता हैं|

इसे भी पढ़ें: बच्चों में दिमागी शक्ति बढ़ाने के 10 मुख्य आहार

आप कैसे पता लगाएं कि आपके बच्चे को स्तनपान के साथ-साथ ठोस आहार की भी जरूरत है तो आइए जानते हैं:

  • यदि आपका बच्चा स्तनपान के बाद भी अंगूठा चूसे।
  • खाने को एकटक देखें|
  • गर्दन को सीधी रखने लगे|
  • बिना किसी सहारे के बैठने लगे

6 माह के बच्चे के लिए फूड चार्ट  (Aahar Chart for 6 Month Old Baby In Hindi)

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

यह एक सबसे बेहतर समय होता हैं जब आप अपने बच्चों को खाने की आदत डाल सकती हैं। इस दौरान आप अपने बच्चे को अलग-अलग तरह की वैराइटी व पौष्टिक आहार खिलाकर उन्हें स्वास्थ भी बना सकती हैं और सभी तरह के वैराइटी खाने की भी आदत डाल सकती हैं।

#1. सेब प्यूरी

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

चित्र स्रोत: Archana’s Kitchen

विधि:

  • सबसे पहले सेब को धोकर उसका छिलका निकाल ले|
  • अब उसे कुछ मिनटों के लिए गैस पर पकाएं|
  • जब यह नरम हो जाए तब इसे चम्मच के साथ मैश कर ले|
  • बच्चों को खिलाते वक्त इसमें थोड़ा माँ का दूध या फार्मूला दूध मिला सकती हैं।

#2. पेठा प्यूरी

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

चित्र स्रोत: gyerek-portal.hu

विधि:

  • सबसे पहले पेठा को धोकर इसका छिलका निकाल ले।
  • उसके बाद कुकर में डालकर इसमें 3-4 सिटी दिलाएं|
  • जब यह नरम हो जाए तब चम्मच से मैश कर ले|
  • बच्चों को खिलाते वक्त आप इसमें थोड़ा सा दूध माँ का या फार्मूला दूध मिलाएं।

#3. केला प्यूरी

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

चित्र स्रोत: Annabel Karmel

विधि:

  • केले को गैस पर पकाने की जरूरत नहीं हैं।
  • इसे बस ब्लेंडर से अच्छी तरह मैश कर ले और तैयार हैं नरम और हेल्थी केला प्यूरी|
  • आप अपने बच्चे को खिलाते समय इसमें कुछ बूंदें माँ का दूध या फार्मूला दूध मिला सकती हैं।

इसे भी पढ़ें: बच्चों को गाय का दूध देने के 10 फायदे

#4. सूजी खीर

6 महीने के बच्चे का आहार चार्ट

चित्र स्रोत: lunchrecipe.blogspot.in

सामग्री:

  • पानी- डेढ़ कप
  • सूजी- 1/4 कप

विधि:

  • सबसे पहले सूजी को हल्की सुनहरी होने तक गैस पर थोड़ा सेक लें|
  • जब सूजी भूरे रंग की हो जाए तो इसमें पानी मिला दे|
  • अब इसे धीमी आंच पर पकने दें|
  • जब आप की खीर पूरी तरह से बन जाए तो गैस बंद कर दें।
  • आप इसमें माँ का दूध का फार्मूला दूध भी जरा सा मिला सकती हैं।
  • लो तैयार हैं सूजी की खीर।

6 महीने के बच्चे को कितनी बार खिलाएं

जैसे ही बच्चा 6 महीने का होने वाला होता हैं वैसे ही माँ बच्चे को ठोस आहार देने की कोशिश करती हैं| चूँकि बच्चा पहली बार माँ के दूध के आलावा कुछ और खाना शुरू करेगा इसलिये ठोस आहार से उसे कोई दिक्कत ना हो इसलिए उसे इन सब बातों का ध्यान रखना चाहिए:

#1. बच्चों को एक बार में एक ही तरह का आहार दें जैसे कि यदि दाल का पानी दे रही हैं तो इसके साथ कोई और चीज ना मिलाएं।

#2. उसे फलों की प्यूरी बनाकर खिलाएं।

#3. शुरू में बच्चों को बहुत थोड़ी मात्रा में खिलाएं और कोशिश करें कि जितना वह भोजन आराम से करें उतना ही करवाएं| फिर जब वह खाने लगे तो उसकी मात्रा बढ़ाएं।

#4. आप बच्चों को सुबह 12 बजे और शाम 4 बजे ठोस आहार दें| सुबह और रात को सोते समय स्तनपान करवाएं।

#5. बच्चे को भोजन देते समय याद रखे कि भोजन न ज्यादा ठंडा हो न ज्यादा गर्म| कई बार ऐसा होने से बच्चा खाना खा नहीं पाता।

#6. बच्चे के लिए न ज्यादा नमक और न ज्यादा मीठा का प्रयोग करें।

#7. सब्जियों का सूप बनाकर पिलाएं। परंतु सब्जियों को ज्यादा ना उबालें इससे इनके पोषक तत्व निकल जाते हैं।

#8. बच्चों को खाना जोर जबरदस्ती से नहीं बल्कि आराम से खिलाए ताकि वह खाना खाने का आनंद ले सके।

#9. खाना खिलाने से पहले उसे खाना दिखाएं और खाने के ओर चम्मच को उसे अपने आप छूने दे।

#10. आप एक खाने को एक बार खिलाएं और 3 दिन बाद चेक करें कि उसे खाने के बाद एलर्जी रिएक्शन तो नहीं हो रहा हैं। अगर हाँ तो उस आहार को खिलाना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर की सलाह लें।

#11. बच्चों को आदत के अनुसार ही खाने दें। उसे आप अपने हिसाब से जल्दी खिलाने की कोशिश ना करें। बच्चे के खाने में कम से कम 2 घंटे का अंतराल जरूर रखें।

इसे भी पढ़ें: १० मुख्य आहार जो आपके बच्चे के शरीर में आयरन की कमी को पूरा करेंगे

आहार से एलर्जी के संकेत

अगर शिशु को किसी ठोस आहार देने से एलर्जी होती हैं तो उसके कुछ आम संकेत निम्न हैं:

  • जुखाम
  • पेट में दर्द
  • उल्टी
  • सांस लेने में दिक्कत
  • रैशेज़ होना
  • चेहरे पर सूजन आना इत्यादि।

अगर आप किसी भी आहार के बाद ऐसे ही प्रतिक्रिया पाती हैं तो आप तुरंत वह आहार बंद कर दें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

शिशु को ये आहार न दे

यहां पर कुछ ऐसे ठोस आहार हैं जो आपको अपने शिशु को नहीं देने चाहिए:

  • मूंगफली
  • अखरोट
  • साबुत सेब (लेकिन प्यूरी के रूप में दे सकती हैं)
  • पॉपकॉर्न
  • साबुत अंगूर
  • सख्त कैंडीज इत्यादि।

ऐसे आहार बच्चों को अच्छे लगते हैं परंतु वह इन्हें खा नहीं सकते आखिरकार बच्चे धीरे-धीरे ही खाना सीखते हैं| इसलिये उन्हें ऐसी कोई चीज दें जिससे बच्चा खाते वक्त एंजॉय करें और उसे अच्छे से चबा भी सके।

क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|

 

null