12 माह या एक साल के बच्चे के दांत निकलना शुरु हो जाते हैं। इस समय बच्चे का विकास भी बहुत तेजी से होता है। वह धीरे-धीरे चलना शुरु करता है। इस समय बच्चे को अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है। इसलिए इस समय बच्चे का आहार चार्ट बनाते समय ध्यान रखें कि उसमें सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में हों। एक साल के बच्चे का फूड चार्ट या आहार चार्ट (1 year baby food chart in hindi) व भोजन कैसा होना चाहिए इसका एक उदाहरण निम्न दिया गया है। ध्यान रखे कि बच्चों का यह डाइट चार्ट केवल एक उदाहरण है।
ब्रेकफास्ट ऐसा हो जो बच्चे को ताकत दे और आसानी से खाया जा सके। नाश्ते में पोहा, डोसा, बेसन का चीला, आमलेट, हलवा या परांठा रख सकते हैं। सात दिन तक अगर आपको अपने बच्चे को अलग-अलग नाश्ता देना है तो उसके लिए कुछ व्यंज्न निम्न हैंः
बच्चों को लंच के समय भी भरपूर आहार देना चाहिए ताकि वह दिन से लेकर शाम तक खूब मस्ती कर सकें। एक साल के बच्चों के लिए लंच में कुछ ऐसा भी दे सकती हैं जिसे खाने में वह आना-कानी करें क्योंकि इस समय आपके पास काफी समय होता है उसे बहलाकर खिलाने का। दही गुड बैक्टीरिया और कैल्शियम का मुख्य स्त्रोत होता है। दिन का समय दही खिलाने के लिए सबसे बेहतर होता है। आइयें जानें कि 12 माह के बच्चे को लंच में आप क्या-क्या दे सकती हैंः
ध्यान दें कि एक साल के बच्चे के लगभग सभी दांत नहीं आए होते हैं इसलिए उनके लिए हमेशा नरम रोटियां ही बनाएं जिसे वह आसानी से खा सके। कई बच्चों के दांत ही बारह महीने में आना शुरु होते हैं ऐसे बच्चों को चावल या रोटी अच्छे से मैश करके दें। आप चाहे तो इनके लंच को बेबीफूड के साथ भी स्वैप कर सकते हैं। पालक के कोफते, किनोवो की खिचड़ी या रागी से बने स्वादिष्ठ व्यंजन भी आप अपने बच्चों को दे सकती हैं।
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एक साल के बच्चे अक्सर रात को जल्दी सो जाते हैं या फिर कई बार काफी देर तक जगते हैं। ऐसे में बच्चों के लिए डिनर का समय फिक्स करना थोड़ा मुश्किल होता है। रात को ऐसा भोजन ना दें जो पचने में अधिक समय लगाए। चिकन, दही आदि देने से बचना चाहिए। आइयें एक नजर डालते हैं कि 12 महीने के बच्चों का डिनर कैसा होना चाहिएः
पहले दिन रात को सूजी टोस्ट या कद्दू की खिचड़ी
दूसरे दिन सांभर डोसा या चिकन सूप के साथ ब्रेड
अगले दिन रात को बाजरे का उपमा या वेज पेनकेक
चौथे दिन एक पतला आलू का परांठा बटर के साथ
पांचवे दिन बच्चे को चिकन सूप के साथ ब्रेड या मूंग के दाल की खिचड़ी
छठे दिन अंडा करी-चावल या फिर सिंपल दाल-चावल
सातवें दिन आप पालक पनीर, घिया की सब्जी के साथ रोटी दे सकते हैं।
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12 महीने के बच्चों का डाइट प्लान (Baby Food Chart in Hindi) बनाते समय ध्यान रखें कि दिनभर में कम से कम तीन बार मां का दूध या फॉर्म्यूला मिल्क देने का स्पेस हो। जिसे धीरे-धीरे कम करके आप दो बार कर सकती हैं लेकिन कम से कम दो बार बच्चे को दूध अवश्य पिलाना चाहिए।
इसके अलावा दो बार स्नैक्स या लाइट मील देना चाहिए और तीन बार खाना। कुल मिलाकर बच्चे को कम से कम पांच बार ठोस आहार और दो से तीन बार दूध पिलाना चाहिए। अगर आपको लगे कि बच्चा ठोस आहार नहीं ले रहा है तो आप दो बार के ठोस आहार को अमूमन ब्रेकफास्ट और लंच के बीच में और लंच और डिनर के बीच के खाने को बेबीफूड, स्मूदी, शेक, जूस आदि से बदल सकती हैं।
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